Monday 31 December 2018

2018 के बुलंद फैसलों से उज्जवल होगा 2019




मेरे प्यारे उत्तराखंड वासियों,
नूतन वर्ष 2019 आप सभी के जीवन में सुखशांतिसमृद्धि और वैभव लेकर आए और ये प्रदेश समृद्धि की ओर अग्रसर रहे, ऐसी मैं बाबा केदारनाथ जी से प्रार्थना करता हूं।

मेरे प्यारे प्रदेशवासियों,
जिस दिन से आपने मुझे इस राज्य की सेवा का मौका दिया है मैं इसे एक पावन व्रत समझकर मन वचन कर्म से इस धर्म को निभाने की कोशिश कर पा रहा हूं। वर्ष 2018 विकास की दृष्टि से उत्तराखंड के लिए बेहद सफल रहा है। वर्ष 2018 में समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए प्रयास किए गए हैं। साल 2018 में हमने उत्तराखंड के उत्थान और आम आदमी के कल्याण के लिए कई संकल्प लिए और उन्हें धरातल पर उतारने की सफल कोशिश भी की है। लेकिन चार प्रमुख कार्य ऐसे हैं जो मैं मानता हूं कि 2018 में हमारी सरकार के सबसे बड़े फैसले थे।


1. अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना
उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाएं गरीब से गरीब और अमीर से अमीर व्यक्ति तक सहजता से पहुंच सकें। कोई भी व्यक्ति धन के अभाव में उचित उपचार का मोहताज न रहेइलाज के लिए किसी महिला को अपने गहने या जमीन गिरवी न रखनी पड़े। इसके लिए हमने एक अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना की शुरुआत की। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश के 10 करोड़ परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए आयुष्मान भारत योजना शुरू की। इस योजना से उत्तराखंड को भी बड़ा फायदा मिला और राज्य के 5.37 लाख गरीब परिवार इसके दायरे में आए। लेकिन उत्तराखंड में लाखों परिवार ऐसे हैंजो न तो गरीबी रेखा से नीचे हैं और न ही धनाड्य वर्ग में आते हैं। झुग्गी झोपड़ी और मलिन बस्तियों में रहने वाले कई परिवार ऐसे हैंजो सरकारी योजनाओं का समुचित लाभ नहीं ले पा रहे हैं। इस तरह से उत्तराखंड की आबादी का बड़ा हिस्सा आयुष्मान भारत जैसी योजना का लाभ नहीं ले पा रहा था। इसलिए हमने मोदी जी की प्रेरणा से प्रदेश के सभी 23 लाख परिवारों को सालाना पांच लाख रुपए तक की निशुल्क स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की है। अटल आयुष्मान योजना के जरिए प्रदेश का कोई भी परिवार सूचीबद्ध अस्पतालों में साल में पांच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करवा सकेगा। गरीब से गरीब लोगों को वर्ल्ड क्लास प्राइवेट अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलेगी। मैं मानता हूं कि सर्वे भवंतु सुखिन: की हमारी सोचइस योजना से काफी हद तक पूरी हो सकेगी।

2. निवेश का पसंदीदा डेस्टिनेशन उत्तराखंड
पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में व्यापक निवेश आकर्षित करने के लिए उद्योगों के लिए सरल पॉलिसी बनाई गई है। निवेश के प्रस्तावों को सिंगल विंडो क्लीयरेंस दी जा रही है। हम रेड टेपिज्म से रेड कार्पेट की ओर जा रहे हैं। इसी का नतीजा है कि हमने 7-8 अक्टूबर 2018 को उत्तराखंड में पहली बार इन्वेस्टर्स समिट का सफल आयोजन करवाया। इस समिट के दौरान 1 लाख 24 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों पर एमओयू साइन किए गए। आम तौर पर निवेश के प्रस्तावों को धरातल पर उतरने में देर लगती है लेकिन हमने इस पर मिशन मोड में काम कियाबागेश्वर में एक प्रोजेक्ट की शुभ शुरुआत हो चुकी है। इसका नतीजा ये है कि मार्च 2019 तक करीब 30 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट धरातल पर उतर जाएंगे। निवेश के जरिए पहाड़ी क्षेत्रों में विकास की खाई को पाटने की भरसक कोशिश हुई है। पर्वतीय क्षेत्रों में लघु उद्योगों के लिए 40 हजार करोड़ के एमओयू साइन हुए हैं। मैं यह भी कहना चाहूंगा कि कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं कि पहाड़ी क्षेत्रों में जमीन उद्योगों को दी जा रही है। हमने लोगों की खाली जमीन पर उद्योग स्थापित करने की कोशिश जरूर की है,लेकिन जमीन का मालिकाना हक लोगों के पास ही रहेगा। यानि खाली जमीन पर उद्योगों से पहाड़ में रोजगार के अवसर पैदा होंगे और उनकी जमीन का सदुपयोग भी हो सकेगा। इस तरह से इन्वेस्टर्स समिट आने वाले समय में उत्तराखंड के लिए गेमचेंजर साबित होगी।

3. साकार होता पर्यटन प्रदश का सपना
पर्यटन ऐसा क्षेत्र है जिससे हमारी अर्थव्यवस्था को भारी उछाल मिल सकता है।  पर्यटन के जरिए हमने इस प्रदेश की तस्वीर बदलने की कोशिश की है। हम पहली बार 13 जिलों में 13 नए पर्यटन स्थल विकसित करने पर मजबूती के साथ आगे बढ़े हैं, इसके लिए बजटीय प्रावधान किया जा चुका है। पर्यटन की गतिविधियों को उद्योग का दर्जा देकर एडवेंचर टूरिज्म के स्कोप को मजबूत किया है। टिहरी झील में सी प्लेन उतारने का सपना इसी सोच का नतीजा है जो जल्द साकार होने वाला है। आज उत्तराखंड नेचर, एडवेंचर, योग आध्यात्म औऱ वाइल्ड लाइफ टूरिज्म का कंप्लीट पैकेज बन चुका है। चार धाम यात्रा मार्गों पर व्यवस्थाएं सुचारू की गई, जिसके चलते आपदा के बाद रिकॉर्ड मात्रा में करीब 28 लाख श्रद्धालु इस बार चार धाम यात्रा पर आए। हमने ग्रामीण पर्यटन को संवारने के लिए होमस्टे योजना को मजबूती दी है। आनेवाले समय में 5000 नए होमस्टे बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इन सभी गतिविधियों को स्थानीय युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखकर बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि पर्यटन से अधिक से अधिक रोजगार सृजित हो सकें।

4. साफ सुथरा शासन
2018 में प्रदेश में ऐसे कई मामले आए जहां पिछली सरकारों के दौरान घोटालों की बात सामने आई। सड़क निर्माण से लेकर शिक्षागरीबों के राशन वितरण में गड़बड़ीकई बड़े प्रोजेक्ट में घोटालों की आशंका। लेकिन हमने इन सबके खिलाफ डंके की चोट पर पूरी ईमानदारी से काम किया। भ्रष्टाचारियों पर सख्त से सख्त कारवाही की। सिस्टम में पारदर्शिता लाने की पहल की। आज आर्थिक अनुशासन के चलते खननऊर्जापरिवहन जैसे हमारे कई विभाग घाटे से उबर रहे हैं। यह पारदर्शी शासन में ही संभव है कि देहरादून में मोहकमपुर फ्लाईओवर और डाटकाली टनल का निर्माण न सिर्फ समय से पहले पूरा किया गया बल्कि इसमें धन की बचत भी की गई। हमने इन विभागों के राजस्व में बढ़ोतरी की है। ट्रांसफर पोस्टिंग इस प्रदेश में एक धंधा बनकर रह गया थाहमने इस पर चोट की और पारदर्शी ट्रांसफर एक्ट लागू किया। अब पारदर्शी तरीके से ट्रांसफर हो रहे हैं। इसमे बिचौलियों की भूमिका को खत्म कर दिया है। मेरा मानना है कि ये राज्य पावन देवभूमि हैयहां भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। इसलिए हम भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर अभी भी सख्ती से कायम हैं। मैं प्रदेश की जनता से भी अपील करता हूं कि इस मुहिम में सहयोग करें।



मेरे प्रदेशवासियों,
मैं मानता हूं कि अभी भी इस राज्य के लिए बहुत कुछ किया जाना बाकी है। लेकिन हमारी नीयत साफ है और सोच ईमानदार है। हमने प्रधानमंत्री जी के ऑर्गैनिक स्टेट के संकल्प पर बारीकी से काम किया है। हम किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं। सस्ता ऋणसस्ते कृषि उपकरणखाद पर सब्सिडीसमर्थन मूल्य में वृद्धि और उत्पादों के लिए बेहतर मार्केट उपलब्ध करवाकर हमने किसानों के लिए बीज से लेकर बाजार तक आदर्श व्यवस्था दी है। प्रदेश की नारीशक्ति के सशक्तीकरण के लिए हमने देवभोग प्रसाद योजना शुरू की। हर न्यायपंचायत पर ग्रोथ सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं। इससे न केवल महिलाओं में कौशल विकास हो रहा है बल्कि वे आर्थिक रूप से सशक्त भी हो रही हैं। उच्च शिक्षा के लिए नए नए कोर्स और संस्थान हमने उत्तराखंड में खोले हैं। स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करके पारदर्शिता लाने की कोशिश की है।

मुझे विश्वास है धीरे धीरे यह राज्य विकास की नई ऊंचाइयों तक अवश्य पहुंचेगा।  मैं माँ नंदा से प्रार्थना करता हूं कि नए वर्ष 2019 में उत्तराखंड का चहुमुखी विकास होराज्य में हर ओर खुशहाली होसमृद्धि हो और प्रत्येक नागरिक का कल्याण हो।
इन्हीं भावनाओं के साथ एक बार फिर से आप सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं देता हूं। धन्यवाद।